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Police Ground, Dharamshala.

  • Writer: merafarakhdil
    merafarakhdil
  • Feb 13, 2024
  • 2 min read

Updated: Feb 23, 2024

धर्मशाला की शामें: पुलिस ग्राउंड के साथ मेरा अटूट बंधन



धर्मशाला, एक ऐसा नाम जिसे सुनते ही मन में प्रकृति की असीम शांति और सौंदर्य की कल्पना जाग उठती है। मेरी यात्रा के दौरान, एक जगह जिसने मेरे हृदय में विशेष स्थान बना लिया, वह है पुलिस ग्राउंड। यह स्थान, जो धर्मशाला में स्थित है, मेरे लिए इस दुनिया का सबसे हसीन और सुंदर कोना है।

पुलिस ग्राउंड की शाम, एक ऐसा दृश्य है जो मेरे मन में सदैव अंकित रहेगा। एक ओर पहाड़ों की शांत उपस्थिति और दूसरी ओर सूर्यास्त का अद्भुत नज़ारा, जब मैंने पहली बार इस जगह को देखा, तो मुझे 'लव एट फर्स्ट साइट' हो गया। पुलिस ग्राउंड की हवा में एक अलग ही ठंडक और खुशबू है, जो मन को मोह लेती है। यहां की सीढ़ियां, जो बैठने का स्थान प्रदान करती हैं, और उसके एक कोने पर स्थित एक पेड़ के नीचे बैठना और सूर्यास्त के साथ उसकी परछाई का बदलना, एक अद्भुत अनुभव होता है।

पुलिस ग्राउंड धर्मशाला का उन कुछ स्थानों में से है जहां विभिन्न वर्गों के लोग आते हैं - खिलाड़ी, दोस्तों के समूह, और वे लोग भी जो छिपकर सिगरेट का आनंद लेने आते हैं। जब हमें कोई स्थान बहुत पसंद आता है, तो हम चाहते हैं कि वह हमारा हो जाए, लेकिन मैं पुलिस ग्राउंड के बारे में कभी ऐसा नहीं चाहती। मैं चाहती हूं कि यह जगह जैसी है वैसी ही रहे, यहां की भीड़ भी मुझे बहुत प्रिय है। मैं चाहती हूँ पुलिस ग्राउंड किसी का ना हो और सबका हो

पुलिस ग्राउंड तक पहुंचने का रास्ता मेरे घर से चढ़ाई पर है, और जब मैं वहां पहुँचती हूँ, तो ठंडी हवा मेरे पसीने को भी सुखा देती है। रास्ते में मिलने वाले सब्ज़ी वाले का 'नमस्ते मैडम' कहना, मेरी यात्रा को और भी खास बना देता है। कभी-कभी, मुझे लगता है कि हम मनुष्यों को इतना आगे नहीं बढ़ना चाहिए था; एक समय के बाद हमें रुक जाना चाहिए था।

मेरा सपना है कि मैं और मेरा प्रेमी, हमारा विवाह पुलिस ग्राउंड में करें, सूर्यास्त के समय, जब वरमाला का समय आए। वहां की अनुभूति, अगर मैं इस ब्लॉग में बता भी दूं, तो यह उस अनुभव के साथ न्याय नहीं कर पाएगा।

पुलिस ग्राउंड धर्मशाला में एक ऐसी जगह है, जो न सिर्फ प्रकृति की खूबसूरती का जश्न मनाती है बल्कि यहाँ की हर शाम हमें जीवन के सरल और शांत आनंद की याद दिलाती है। यहाँ का हर क्षण मुझे बताता है कि सच्ची खुशियाँ इन्हीं छोटी-छोटी चीजों में छिपी होती हैं।


 
 
 

2 Comments

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Vinod Kumar
Vinod Kumar
Mar 07, 2024
Rated 5 out of 5 stars.

प्यारे से नज़ारे और उससे भी प्यारी सी नज़रो के मिश्रण से बने इस नयनाभिराम दृश्य को अपने अद्भुत लेखन कौशल से अलंकृत करके आपने इस स्थान को और अधिक आकर्षक बना दिया है।


पोस्ट पढ़ कर जाने का विचार सहज ही उत्पन्न हो जाना धर्मशाला के पुलिस ग्राउंड और आपके ब्लॉग की सफलता को बयां करता है।


साझा करने के लिए बहुत बहुत शुक्रिया 😊

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Anand Verma
Anand Verma
Feb 13, 2024
Rated 5 out of 5 stars.

Amazing

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